‘द क्विंट’ के ऑफिस में इनकम टैक्स का छापा, पत्रकारों ने उठाई आवाज़
इन दिनों आयकर विभाग की मीडिया कपंनियों के मालिक पर कड़ी नज़र है। इसी के चलते आयकर विभाग ने मीडिया कंपनी क्विंट के मालिक राघव बहल के घर और ऑफिस में छापा मारा है। राघव बहल पर इनकम टैक्स की चोरी का आरोप लगाते हुए गुरुवार की सुबह आयकर विभाग ने उनके गुड़गांव स्थित घर पर रेड मारी। घर के अलावा क्विंट के ऑफिस में भी छापा पड़ा।
इस मामले में आईटी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनकी एक टीम ने गुरुवार सुबह क्विंट के नोएडा स्थित घर पर छापा मारा था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जिस मामले की जांच की जा रही है, उससे संबंधित दस्तावेज और अन्य सबूतों की तलाश हो रही है। खबरों की मानें तो इनकम टैक्स की चोरी के मामले में कई और लोगों के घरों की भी तलाशी ली जा रही है।
मालिक ने क्या कहा
इस मामले में राघव बहल अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा है कि यह उनके लिए बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि वो गुरुवार की सुबह अपने घर पर नहीं थे बल्कि उस समय वो मुंबई गए हुए थे। ऑफिस और घर पर जब इनकम टैक्स अधिकारियों ने रेड मारी, उस वक्त मैं वहां मौजूद नहीं था। बहल ने बताया कि वो पूरा इनकम टैक्स भरते हैं और उनकी ओर से अधिकारियों को सभी फाइनेंशियल दस्तावेज दिखाए जाएंगें।
बहल ने ये भी कहा कि ऑफिस में फोन करके इस बात की भी हिदायत दी गई है कि पत्रकारिता के प्रोफेशन से जुड़े किसी भी गंभीर और संवेदनशील मुद्दे के बारे में किसी को भी कुछ ना बताया जाए या फिर मेल की जानकारी ना दी जाए। उन्होंने ये साफ कहा कि अगर कोई आयकर विभाग का अधिकारी उनके ऑफिस में किसी भी कर्मचारी के साथ कोई भी जबरन हरकत करते हैं तो इसके खिलाफ शिकायत दर्ज की जाएगी।
ईजी पर जताया भरोसा
क्विंग के मालिक राघव बहल ने कहा कि उन्हें ईजी पर पूरा भरोसा है और यह एक मिसाल होगी कि भविष्य में ऐसा किसी भी मीडिया संस्थान के साथ हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने ये साफ कहा कि वो किसी भी अधिकारी को अपने ऑफिस और घर पर किसी भी चीज़ की तस्वीर लेने के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करने देंगें।
दूसरे मीडिया हाउसेज़ ने की आलोचना
संपादकों की संस्था एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के साथ-साथ कई जाने-माने पत्रकारों ने क्विंट के ऑफिस और घर पर इनकम टैक्स के पड़े इस छापे की कड़ी आलोचना की है। वहीं इनकम टैक्स अफसरों की मानें तो वो क्विंट के ऑफिस की एक मंजिल पर सर्च और दूसरी पर सर्वे करने आए थे।
सोशल मीडिया के ज़रिए देशभर के पत्रकारों ने इस रेड की आलोचना की है और इसे द क्विंट के काम में दखल माना है। इस मामले पर सभी पत्रकारों ने एकजुट होकर सरकार से इस पर जवाब भी मांगा है। इसे पत्रकारों ने प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है।
ऐसा भी कहा जा रहा है कि राघव बहल पीएम मोदी और उनकी सरकार के आलोचक हैं और शायद इसी वजह से उनके साथ ऐसा हुआ है।
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