सुरज पंवार ने जीता पुरुषों के 5 हज़ार मी. की दौड.

भारत की तरक्की के पीछे इस देश के युवाओं का सबसे बड़ा योगदान रहा है.  यहां तक कि अब तो युवा खिलाडी भारत का नाम ओलंपिक तक में रोशन करने लगे हैं. हाल ही में देहरादून के रहने वाले युवा एथलीट सूरज पवार ने यूथ ओलंपिक में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. सूरज ने ये पदक वॉक रेस प्रतियोगिता में जीता है.
देहरादून के प्रेम नगर के पास के एक गांव में रहने वाले सूरज पवार ने यूथ ओलंपिक में ५००० मीटर वॉक रेस में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए, सोमवार को अर्जेंटीना में दूसरे चरण की रेस में सिलवर मेडल हासिल किया है. इस रेस में सूरज पहले चरण में इक्वाडोर से पीछे रहे और दूसरा स्थान ही पा पाए.
पहले चरण में सूरज ने ५००० मीटर की वॉक रेस २० मिनट ३० सेकेंड में पूरी की थी जबकि इक्वाडोर ने पहले चरण को २० मिनट १३.६९ सेकेंड में पूरा किया. लेकिन इसके बाद हुए दूसरे चरण में सूरज पहले स्थान पर आए जिसमें उन्होंने ये रेस २० मिनट ३५.८७ सेकेंड में पूरी की और इक्वाडोर मात्र २ सेकेंड से ये रेस हार गए और दूसरे स्थान पर अपनी जगह बना पाए.
देश में कई ऐसी जगह हैं जहां से सूरज और भी बेहतर ट्रेनिंग ले सकते हैं जैसे कि चेन्नई और दिल्ली लेकिन इन बड़े शहरों को छोड़कर सूरज अपने पुराने कोच अनूप बिष्ट से देहरादून में ही कोचिंग ले रहे हैं. इस कोचिंग इंस्टीट्यूट का नाम है 'एथलेटिक्स एक्सलेंसी देहरादून'. सूरज के कोच अनूप ने बताया कि पदक का फैसला दोनों चरण के पूरे होने के बाद किया गया था जिसमें सूरज को रजत पदक मिला और वह भारत देश के ऐसे पहले एथलीट बन गए जिसने ट्रैक एंड फील्ड में ओलंपिक में पदक जीता हो. 
बता दें कि इतना बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद भी सूरज मात्र ७ सेकेंड से स्वर्ण पदक हासिल करने से रह गए. दूसरे चरण में दूसरा स्थान हासिल करने वाले इक्वोडार यह पदक जीतकर अपने देश ले गए, और सूरज को रजत पदक मिला लेकिन यह पदक जीतकर भी सूरज ने इतिहास रच दिया और ओलंपिक में रजत जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए.

इस वर्ष अर्जेंटीना में खेले जा रहे ऑलंपिक गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद सरहानीय रहा. जहां एक तरफ सूरज ने रजत पदक जीत का भारत का नाम रोशन किया वहीं दूसरी ओर इस पूरे टूर्नामेंट में अब भारत के पास कुल ११ पदक हो चुके हैं जिसमें तीन स्वर्ण पदक हैं और ८ रजत पदक. भारत पदक तालिका में १२वें स्थान पर है और रूस ४६ पदक के साथ पहले स्थान पर. यह भारत का अब तक का सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
सूरज की इस जीत के बाद उन्हें स्पोर्टस अथोरिटी ऑफ इंडिया ने बधाई दी और साथ ही देश के कई अन्य लोगों और स्टार्स ने भी उन्हें ट्विटर के ज़रिए प्रोत्साहित किया. सूरज इस समय अर्जेंटीना में ही हैं और अपने अगले कॉम्पीटीशन की तैयारी में भारत आते ही जुट जाने की बात कर रहे हैं. सूरज का कहना है कि उनकी इस जीत के पीछे सबसे बड़ा हाथ उनके कोच का है. 

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