भारत में स्प्लिट कैप्टेंसी मुश्किल, सभी फॉर्मेट में कप्तानी के लिए कोहली ही बोर्ड की पहली पसंद
आदित्या लोक, स्पेशल करोस्पोंडेंट:
खेल डेस्क. वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया कीहार के बाद दो कप्तानों को लेकर बहस तेज हो गई थी। ऐसा माना जा रहा था कि सीमित ओवरों की कप्तानी रोहित शर्मा को दे दी जाएगी। विराट कोहली टेस्ट के कप्तान बने रहेंगे। यह भी कहा जा रहा था कि कोहली वेस्टइंडीज में सीमित ओवरों में नहीं खेलेंगे, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बात सामने आ रही है कि कोहली पूरे विंडीज दौरे पर टीम के साथ होंगे। साथ ही वे टीम का नेतृत्व भी करेंगे। 3 अगस्त से 3 सितंबर तक होने वाले वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन रविवार को किया जा सकता है। यहां टीम इंडिया 3 टी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट खेलेगी।
कोहली का कप्तानी से हटना इसलिए भी मुश्किल है कि भारत में स्प्लिट कैप्टेंसी नहीं चलती। विराट कप्तानी से हटे तो विकल्प रोहित शर्मा हैं। रोहित की कप्तानी में भारत ने 10 में से 8 वनडे जीते भी हैं, लेकिन भारत में स्प्लिट कैप्टेंसी यानी टेस्ट-वनडे में अलग कप्तान का फॉर्मूला चल नहीं पाता। ये तब ही कारगर हो सकता है, जब एक फॉर्मेट वाला कप्तान दूसरा फॉर्मेट खेलता ही ना हो।
दो बार भारत में एक साथ अलग-अलग कप्तान रहें
2007-08 में अनिल कुंबले टेस्ट और धोनी वनडे के कप्तान थे। तब कुंबले वनडे नहीं खेलते थे। 2014 से 16 तक धोनी वनडे और विराट टेस्ट के कप्तान थे। तब धोनी टेस्ट नहीं खेलते थे। विराट-रोहित में ऐसा मुमकिन नहीं है। वर्ल्ड कप के बाद यह बात सामने आई कि तीनों फॉर्मेट में भारत का एक ही कप्तान होगा। रोहित की टेस्ट में जगह पक्कीनहीं है। ऐसे में कोहली ही टीम का नेतृत्व करेंगे। बोर्ड अभी भी कप्तानी के लिए कोहली को ही बेस्ट मान रहा है।
धोनी अब विकेटकीपर के लिए पहलीचॉइस नहीं
रविवार को होने वाली चयन प्रक्रिया के दौरान सबका ध्यान धोनी पर ही होगा। धोनी ने पिछले दो साल में करीब 45 की औसत और 80 की ही स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। वर्ल्ड कप में तो उन्होंने बतौर विकेटकीपर भी 20 से ज्यादा बाई रन दिए। बोर्ड की ओर से संकेत मिल चुके हैं कि धोनी अब टीम के फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर नहीं होंगे।
पंत सहित कई युवा खिलाड़ियों के लिए धोनी की मौजूदगी अहम
बोर्ड ये भी मानता है कि धोनी के विकल्प के तौर पर देखे जा रहे ऋषभ पंत सहित कई युवा खिलाड़ियों के लिए धोनी की मौजूदगी अहम है। इसलिए मुमकिन है कि धोनी विंडीज दौरे के बाद अधिकतर मौकों पर 15 सदस्यीय टीम में रहें, पर प्लेइंग-11 में नहीं। इसीलिए अभी उनके रिटायरमेंट की कोई खबर नहीं आई है। फिलहाल विंडीज दौरे से धोनी का नाम वापस लेना लगभग तय है।
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