भूटान के प्रधानमंत्री बोले- इसरो की कड़ी मेहनत ऐतिहासिक, मोदी और उनकी टीम एक दिन जरूर कामयाब होगी
आदित्या लोक, स्पेशल करोस्पोंडेंट:
बेंगलुरु. भारत की महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम के चांद की सतह पर उतरने से कुछ मिनट पहले पृथ्वी से संपर्क टूट गया। इसके बाद नेताओं ने अंतरिक्ष एजेंसी और उसके वैज्ञानिकों को निराश नहीं होने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। मोदी ने उन्हें हिम्मत से काम लेने को कहा। भूटान के प्रधानमंत्री लोते शेरिंग ने कहा कि हमें भारत औरउनके वैज्ञानिकों पर गर्व है।इसरो के वैज्ञानिकों नेकड़ी मेहनत ऐतिहासिक है।मोदी और उनकी टीम एक दिन जरूर कामयाब होगी
We are proud of India and its scientists today. Chandrayaan-2 saw some challenges last minute but the courage and hard work you have shown are historical. Knowing Prime Minister @narendramodi, I have no doubt he and his ISRO team will make it happen one day.
— PM Bhutan (@PMBhutan) September 7, 2019
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस तनावपूर्ण समय में प्रतीक्षा करते हुए पूरा राष्ट्र इसरो की पूरी टीम के साथ खड़ा है। आपकी मेहनत और प्रतिबद्धता ने हमारे राष्ट्र को गौरवान्वित किया है। जय हिन्द।"चंद्रयान-2 मिशन पर उनके अविश्वसनीय काम के लिए इसरो टीम को बधाई। आपका जुनून और समर्पण हर भारतीय के लिए प्रेरणा स्त्रोत के समान है। आपका काम व्यर्थ नहीं है। इसने कई मिसालें कायम की हैं और महत्वाकांक्षी भारतीय अंतरिक्ष मिशनों की नींव रखी है।
Congratulations to the team at #ISRO for their incredible work on the Chandrayaan 2 Moon Mission. Your passion & dedication is an inspiration to every Indian. Your work is not in vain. It has laid the foundation for many more path breaking & ambitious Indian space missions. 🇮🇳
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 6, 2019
गृह मंत्री अमितशाह ने कहा किचंद्रयान-2 को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अब तक की उपलब्धि पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है। भारत इसरो के अपने प्रतिबद्ध और परीश्रम करने वाले वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है। इसरो की भविष्य की योजनाओं के लिए मेरी शुभकामनाएं।
ISRO's achievement with getting Chandrayaan-2 so far has made every Indian proud.
— Amit Shah (@AmitShah) September 6, 2019
India stands with our committed and hard working scientists at @isro.
My best wishes for future endeavours.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम इसरो के साथ हैं। आपने देश का मान बढ़ाया है। आपने अंतरिक्ष में अपनी उपलब्धियों को महसूस कराने के लिए राष्ट्र, युवाओं और सबको एक साथ लाएं।हम जरूर कामयाब होंगे।
We are with you @isro. You have brought the nation, it's young minds and all, together in sensing your achievements in Space. You will succeed.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) 6 September 2019
विज्ञान और प्रोद्यौगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट किया, ''प्रिय इसरो के वैज्ञानिक भारत को आप पर गर्व है। चंद्रयान-2 के लिए आपने अपना सर्वोत्तम दिया। आपके साहस की कोई तुलना नहीं है। मुझे अटल जी की कविता याद आ रही है- 'हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा।''उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि भविष्य में हमारे वैज्ञानिक इस मिशन को पूरा करेंगे।
My dear @isro scientists, your courage is unparalleled. I am reminded of Atal ji's beautiful poem.....
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) 6 September 2019
हार नहीं मानूंगा
रार नई ठानूंगा
काल के कपाल पे
लिखता मिटाता हूं
गीत नया गाता हूं ....
स्वर्णिम भारत का सपना हमने मिलकर देखा है !
आपके प्रयत्न शीघ्र फल लाएँगे#Chandrayaan2
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपके प्रयास और काम पर हमें गर्व है।
Heartiest congratulations to our scientists.....your work and huge efforts make us proud. India salutes you!
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) 6 September 2019
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसरो को इसके लिए निराश होने की जरूरत नहीं है। हमारे वैज्ञानिकों ने बेहतरीन काम किया है।
We are proud of our scientists. They have created history. No need to lose heart. Our scientists have done a great job.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) 6 September 2019
Jai Hind!
दक्षिणी ध्रुव की सतह से 2.1 किमी पहले पृथ्वी से संपर्क टूटा- डॉ. सिवन
चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का लैंडिंग से महज 69 सेकंड पहले पृथ्वी से संपर्क टूट गया। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर विक्रम की शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 1 बजकर 55 मिनट पर लैंडिंग होनी थी, लेकिन इसका समय बदलकर 1 बजकर 53 मिनट कर दिया गया था। हालांकि, यह समय बीत जाने के बाद भी लैंडर विक्रम की स्थिति पता नहीं चल सकी। इसरो चेयरमैन डाॅ. केसिवन ने बताया, ''लैंडर विक्रम की लैंडिंग प्रक्रिया एकदम ठीक थी। जब यान चांद के दक्षिणी ध्रुव की सतह से 2.1 किमी दूर था, तब उसका पृथ्वी से संपर्क टूट गया। हम ऑर्बिटर से मिल रहे डेटा का विश्लेषण कर रहे हैं।'' अगर लैंडर विक्रम की लैंडिंग की पुष्टि हो जाती तो सुबह 5 बजकर 19 मिनट पर रोवर प्रज्ञान बाहर आता और यह सुबह 5:45 पहली तस्वीर क्लिक कर लेता।
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