युद्धबंदी सैनिक वीजा रिन्युअल नहीं होने से भारत में बसे परिवार से बिछड़ा, 11 महीने से चीन में फंसा
आदित्या लोक, स्पेशल करोस्पोंडेंट:
बालाघाट.56 साल से भारत में बसा युद्धबंदी सैनिक वांगशी(80) वीजा रिन्युअल नहीं होने से पिछले 11 महीने से चीन में फंसा है। शी का परिवार मध्य प्रदेश के बालाघाट में रहता है। 1963 में उसे भारतीय सीमा में घुसकर जासूसी करने के मामले में पकड़ा गया था। इसके बाद शी ने 6 साल की सजा काटी और शादी करके मध्य प्रदेश के एक गांव में रहने लगा।
वांग शी को भारत-चीन युद्ध के बाद 1963 में भारतीय सेना ने पकड़ लिया था। शी कोजासूसी के लिएदोषी ठहराया गया। वे 1969 तक 6 सालभारतीय जेल में रहे। इसके बाद पुलिस 1974 में शी को लेकर बालाघाट के तिरोड़ी गांव पहुंची। यहां शी नेएक स्थानीय महिला से शादी की और वहीं बस गया। उनके परिवार मेंदो बेटे और दो बेटियांहैं। यहां शी ने पहले आटा चक्की पर मजदूरी की। इसके बाद एक किराने की दुकान खोलकर जीवन-यापन करने लगा। इलाके के लोग उसे राज बहादुर के नाम से जानते हैं।
चीन वापसी पर लोगों ने जोरदार स्वागत किया था
शी के बेटे विष्णु बताते हैं कि 54 साल बाद जब फरवरी2017 मेंपिता चीन गए तो वहां उनका जोरदार स्वागत हुआ था। वे 10 मई2017 को वापस आए। उनकी दूसरी चीन यात्रा अगस्त 2017 में हुई।अक्टूबर 2017 में मां के बीमार होने पर वापस आए। मां केनिधन के बाद शीजनवरी 2018 में फिर से चीन गए और अप्रैल-मई में लौट आए।
दोसाल में चार बार चीन की यात्रा कर चुके हैं शी
वांग शीकी चीन की चौथी यात्रा 1 अक्टूबर, 2018 को हुई थी,तब से वहवीजा रिन्युअल न होने के कारण वहां फंसे हुए हैं। चीन से उन्हेंभारत कावीजा नहीं मिल रहाहै। विष्णु ने बताया कि पिता ने अप्रैल में वीजा नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था। लेकिन कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है। वीजा रिन्युअल नहीं करने का कोईस्पष्ट कारण भी नहीं बताया जा रहा है। विष्णु ने बताया कि पिता 5 महीने से बीजिंग में चीन और भारत की एंबेसी के चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें आने का वीजा नहीं मिल रहा है। हम चाहते हैं कि सरकार उन्हें 5 साल का वीजादेकर घर आने दे। इससे पहले 2018 में पिता ने चीन में वीजा रिन्युअल कराया था।
कलेक्टर ने कहा- हम भी प्रयास कर रहे हैं
शीकी बेटी अनीता ने कहा कि पापा की कमी हर पल महसूस होती है। वे भी यहां आना चाहते हैं। सरकार को वीजा देना चाहिए। बालाघाट के कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि वांग शीका परिवार यहां उनके इंतजार में है। स्थानीय प्रशासन भीप्रयास कर रहा है कि शी कोकिसी तरह घर वापसी के लिए वीजा मिल जाए।
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