डकैत जगन गुर्जर का देर रात भास्कर काे फाेन, कहा- आज सुबह सरेंडर कर दूंगा

आदित्या लोक, स्पेशल करोस्पोंडेंट:

जयपुर. धौलपुरजिले के करनपुर-सायका पुरा गांव में 12 जून को दो महिलाओं से मारपीट कर उन्हें निर्वस्त्र घुमाने के बाद चंबल के बीहड़ों में छिपे कुख्तात डकैत जगन गुर्जर ने शुक्रवार को सरेंडर करने का दावा किया है।

गुरुवार रात भास्कर को फोन कर उसने कहा कि पुलिस से बात हो गई है। पुलिस की टाेली में उसके समाज के लाेग हैं। उन पर विश्वास करते हुए वह सरेंडर करने को राजी है। उम्मीद है कि उसे धाेखा नहीं मिलेगा। एनकाउंटर हुआताे अलविदा समझें।

महिलाओं से बर्बरता के आरोपों को खारिज करते हुए कहा- उसने ऐसा नहीं किया। ग्रामीणों ने ही उसे उकसाया था, इसलिए मारपीट जरूर की थी। बता दें कि चंबल की बीहड़ों में छिपे जगन की तलाश तीन राज्यों की पुलिस कर रही हैं। कई बार डकैतों और पुलिस में मुठभेड़ हो चुकी है। जगन पर 40 हजार का इनाम भी पुलिस ने रख रखा है। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल लोकसभा में उसके एनकाउंटर की मांग कर चुके हैं। जगन का दावा सच हुआ तो यह उसका चौथा सरेंडर होगा।

जगन काे सरेंडर कराने के लिए पूर्व विधायक भैराेंसिह गुर्जर सहित कई लाेग तक मध्यस्थता कर रहे थे। पढ़िए भास्कर संवाददाता हर्ष खटाना से पूरी बातचीत....

भास्कर:महिलाओंसे मारपीट व उन्हें निर्वस्त्र कर घुमाने का आराेप है। तुम्हारी तीनपत्नियों व बेटियाें से काेई ऐसा करे तो?
जगन: मैं देवताओंकी सौगंध काे तैयार हूं, किसी महिला के कपड़े नहीं फाड़े। हां, कुछ लाेगाें के हाथ-पैर ताेड़ने के लिए विरोधियों के घर जरूर गया था, लेकिन घर के मर्द बाहर थे। लड़काें व उनके परिवाराें से धक्का-मुक्की हुई, लेकिन महिलाओंकाे टारगेट नहीं किया। बच्चाें को भी कुछ नहीं कहा। सिर्फ गालियां दी थी। मेरे घर पर भी तीन पत्नियां, दाे बेटियां, दाे बेटे हैं। गांव में मेरा राजनीतिक और कई मुद्दाें काे लेकर विराेध है। ये मुझे जेल में ही रखना चाहते हैं।

भास्कर: सांसद हनुमान बेनीवाल ने पहली बार किसी डकैत के एनकाउंटर की मांग सदन में उठाई है। डर गए क्या?
जगन:मैं गलत आदमी नहीं हूं, कई लाेगाें की मदद करता हूं। अपराध की दुनिया से आया हूं, लेकिन जिसने मांग उठाई है वह भी पाक-साफ नहीं।


भास्कर: तुम निर्दाेष थे ताे भागे क्याें? फायरिंग क्याें कराई?
जगन:सरेंडर करके सब बता दूंगा। फायरिंग का जवाब फायरिंग से देना बीहड़ में मजबूरी रही। एेसा नहीं हाेता ताे कई बेकसूर मारे जाते। अब भी कई लाेग बच जाएं, इसलिए सरेंडर कर रहा हूं।

भास्कर: तुम्हारी गुंडगिर्दी के वीडियाे वायरल हाे गए?
जगन:2 जून काे मेरी बेटी हाॅस्पिटल में थी। मैंने दुकानदार से पानी का पाउच खरीदा था और उसे 500 रु. दिए। चेंज को लेकर गाली-गलाैच व झगड़ा हुआ। मुझे पांच-सात लाेगाें ने पीटा था। तब मेरे पास हथियार नहीं था। दूसरे दिन मैंने कुछ लाेगाें से मारपीट की और एक दुकान में ताेड़फाेड़ की थी।



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जगन गुर्जर। (फाइल फोटो)

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