स्वास्थ्य मंत्रालय ने अधिकारियों से कहा- बैठकों में बिस्किट के बजाय बादाम और अखरोट रखें

आदित्या लोक, स्पेशल करोस्पोंडेंट:

नई दिल्ली. स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पौष्टिक आहार को बढ़ावा देने का फैसला लिया है। इसके अंतर्गत विभाग ने बैठकों के दौरान में बिस्किट(कुकीज) या फास्ट फूड के बजायभुना चना, बादाम और अखरोट जैसे खाद्य पदार्थ पेश करने की बात कही है।इस संबंध में 19 जून को स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक सर्कुलर जारी किया। इसके मुताबिक मीटिंग में तत्काल प्रभाव से अपौष्टिक आहार के प्रयोग पर पाबंदी लगाने को कहा।

मंत्रालय के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी से कहा- मंत्री खुद डॉक्टर हैं। वे फास्ड फूड खाने से होने वाले नुकसानों को जानते हैं। उन्होंने ही इसे हटाए जाने का आदेश दिया है। हम लोग इस फैसले से खुश हैं।

पहले प्लास्टिक बोतलों के उपयोग पर रोक लगाई
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे पहलेपीने के पानी के लिए प्लास्टिक की बोतलों केइस्तेमाल पर रोक लगाने का निर्णय किया था। इस कदम का स्वागतदूसरे मंत्रालयों ने भी किया था। अब विभागों की सभाओं में कांच के जार और रिसाइकल होने वाले पेपर ग्लास का उपयोग किया जा रहा है। अब हो सकता है कि बाकी मंत्रालय भी सभाओं में वैसे ही खाद्य पदार्थ रखने लगे जो स्वास्थ्य मंत्रालय की मीटिंग्स में रखे जाएंगे।

8 महीने बाद बोतलें बाहर हुईं

पिछले साल भारत सरकार ने विश्व पर्यावरण दिवस समारोह आयोजित किया था। इसके बाद विभागों की सभाओं में पानी की प्लास्टिक की बोतलों को बैन किए जाने का फैसला लिया गया था। हालांकि इसे अमल में लाने के लिए विभाग को आठ महीनों का समय लगा। अब देखना होगा कि खाद्य पदार्थ से जुड़ा फैसला कब तक लागू होगा।



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प्रतीकात्मक फोटो।

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