199 सीटों पर मतदान आज, राज्य में पिछले 5 चुनावों में हर बार बदली सरकार
जयपुर. राजस्थान विधानसभा की 200 में से199 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। अलवर जिले की रामगढ़ सीट परबसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का निधन होने की वजह से चुनाव टाल दिया गया है। राज्य में 1951 से अभी तक 14 बार चुनाव हुए। इनमें चार बार भाजपा, एक बार जनता पार्टी और 10 बार कांग्रेस ने सरकार बनाई। 1993 के बाद से हर बार सरकार बदलती रही। इस बार भी कांग्रेस इसी उम्मीद के साथ चुनाव लड़ी है, लेकिन भाजपा का दावा है कि इस बार 25 साल से चली आ रही परंपरा टूट जाएगी।
15वीं विधानसभा के लिए राज्य के 33 जिलों के 51687 पोलिंग बूथ पर 4.75 करोड़ मतदाता 2274 प्रत्याशियों के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 2.27 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। मतदान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। उधर, तेलंगाना की 199 सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे।
पिछली बार 58 तो इस बार 88 पार्टियां मैदान में
इस बार 88 पार्टियां मैदान में हैं। 2013 के चुनाव में 58 पार्टियों ने हिस्सा लिया था। भाजपा ने सभी 200, कांग्रेस 195 और बसपा 190 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।आम आदमी पार्टी ने 30 जिलों मेंअपने प्रत्याशी उतारे हैं। नई पार्टियों में जन अधिकारी, हिन्द कांग्रेस, जनतावादी कांग्रेस, भारतीय पब्लिक लेबर, अंजुमन औरआरक्षण विरोधी शामिल हैं।
2013 में भाजपा को 163 सीटें मिलीं
कुल सीटें : 200
बहुमत : 101
| दल | 1993 | 1998 | 2003 | 2008 | 2013 |
| भाजपा | 95 | 33 | 120 | 78 | 163 |
| कांग्रेस | 76 | 153 | 56 | 96 | 21 |
| अन्य | 29 | 14 | 24 | 26 | 16 |
| कुल सीटें | 200 | 200 | 200 | 200 | 200 |
| वोट शेयर | 60.6% | 63.4% | 67.2% | 66.5% | 75.23% |
इन पर रहेगी नजर
1) झालरापाटन : मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (भाजपा) vs मानवेंद्र सिंह (कांग्रेस)। राजे इस सीट से चौथी बार चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस ने जसवंत के बेटे और पूर्व भाजपा नेता मानवेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है।
2) टोंक : यूनुस खान (भाजपा) vs सचिन पायलट (कांग्रेस)। इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने परंपरा तोड़ी है। 1972 के विधानसभा चुनाव से कांग्रेस यहां मुस्लिम उम्मीदवार ही उतार रही थी। 1980 से भाजपा ने यहां से सिर्फ हिंदू उम्मीदवार को ही टिकट दिया। इस बार समीकरण बदल गए। खान भाजपा के एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं।
3) सरदारपुरा : शंभूसिंह खेतासर (भाजपा) vs अशोक गहलोत (कांग्रेस)। दो बार मुख्यमंत्री रह चुके गहलोत पिछले चार चुनाव से इस सीट से विधायक हैं। पिछले चुनाव मेंइस सीट पर गहलोत ने खेतासर को 18 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था।
4) उदयपुर शहर : गुलाबचंदकटारिया (भाजपा) vs डॉ गिरिजा व्यास (कांग्रेस)। राजे सरकार में गृहमंत्री कटारिया मौजूदा विधायक हैं। गिरिजा ने 1985 के विधानसभा चुनाव में कटारिया को हराया था।
5) नाथद्वारा : महेश प्रताप सिंह (भाजपा) vs डॉ. सीपी जोशी (कांग्रेस)। भाजपा नेकांग्रेस छोड़कर आए महेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है।महेश करीब 11 साल बाद भाजपा में लौटे हैं।उधर, जोशी चार बार इस सीट से विधायक रह चुके हैं। 2008 का चुनाव सिर्फ एक वोट से हार हार गए थे।
दोनों दलों ने 21 दिन में 656 सभाएं कीं
15 नवंबर से 5 दिसंबर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अध्यक्ष अमित शाह समेत भाजपा नेताओं ने 223 सभाएं कीं। इनमें प्रधानमंत्री मोदी की 12, शाह की 20 और वसुंधरा राजे 75 सभाएं और रोड शो शामिल हैं। उधर, राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कांग्रेस नेताओं ने 433 सभाएं कीं। इनमें राहुल की 9, सचिन पायलट की 230 और अशोक गहलोत ने 100 सभाएं कीं।
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