दिल्ली में सामान्य से 5 गुना ज्यादा प्रदूषण; यूपी में सबसे ज्यादा मौत
नई दिल्ली.दिल्ली में पिछले साल सामान्य से पांच गुना ज्यादा वायु प्रदूषण रिकार्ड किया गया। इसकी वजह से दिल्ली के लोगों की उम्र में 18 महीने की कमी होने का अनुमान वैज्ञानिकों ने लगाया है। वहीं सामान्य से ज्यादा प्रदूषण से राजस्थान में 2.5, यूपी में 2.2 और हरियाणा के लोगों की उम्र में 2.1 साल की कमी होने की संभावना है।
यह आकलन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) सहित देश के कई अन्य चिकित्सीय संस्थानों के वैज्ञानिकों ने मिल कर किया है। दिल्ली में ज्यादा प्रदूषण होने के बाद भी उम्र में ज्यादा कमी नहीं होने की वजह बेहतर चिकित्सा सेवा को बताया गया है।
रिपोर्ट काे 'द लैंसेट जर्नल' में प्रकाशित किया गया है। पिछले साल देश में वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से 12 लाख 40 हजार 530 लोगों की मौत हुई थी। इसमें 6 लाख 73 हजार 129 लोगों की मौत आउटडोर और चार लाख 81 हजार 738 लोगों की मौत हाउसहोल्ड प्रदूषण से हुई।
दुनिया की 18 फीसदी आबादी भारत में रहती है लेकिन वायु प्रदूषण से बीमार 26% लोग हैं यहां :
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि वायु प्रदूषण देश में 8% बीमारियों का कारण बन रहा है। इससे सांस लेने में तकलीफ, दमा, लंग संक्रमण, हृदय संबंधी बीमारी, ब्रेन स्ट्रोक, मधुमेह और लंग कैंसर तक की बीमारी का खतरा होता है। 70 वर्ष से कम उम्र के 11 फीसदी लोगों की मौत की वजह वायु प्रदूषण है। विश्व की 18% आबादी भारत में रहती है लेकिन वायु प्रदूषण की वजह से होने वाली बीमारियों से 26 फीसदी पीड़ित लोग भारतीय हैं।
दिल्ली में सबसे ज्यादा है पीएम 2.5 की मात्रा:दिल्ली में पीएम 2.5 की मात्रा 209 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकार्ड की गई जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में पीएम 2.5 का लेवल 125.7 से 174.7 रिकार्ड की गई। राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल में पीएम 2.5 का स्तर 81.4 से 93.4 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकार्ड हुआ।
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